देशमुख अस्पताल संचालक और डॉक्टर पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज

होम्योपैथिक डॉक्टर ने किया एलोपैथिक इलाज वकील के पुत्र की गई जान

महिला का गलत ऑपरेशन करने के मामले में भी सीएमएचओ ने जांच कमेटी बनाई

उज्जैन, अग्निपथ | इंदौर रोड स्थित देशमुख हॉस्पिटल संचालक व डाक्टर पर नीलगंगा पुलिस ने नौ माह पहले हुई वकील के पुत्र की मौत के मामले में केस दर्ज किया है। आरोप है कि होम्योपैथी डाक्टर द्वारा एलोपैथी पद्धति से इलाज करने से कोरोना पीड़ित युवक का जान गई थी ।

नजरअली मार्ग निवासी महेंद्र जैन वकील हैं। उन्होंने पुत्र देवेंद्र जैन (40) को कोरोना होने पर 17 अप्रैल को देशमुख हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के आईसीयू में भर्ती किया था। यहां बीएचएमएस डिग्रीधारी डॉ. सुरेश शर्मा ने एलोपैथी पद्धति से देवेंद्र का इलाज किया और परिजनों द्वारा लाए रेमडेसिविर इंजेक्शन भी नहीं लगाए थे। यहीं नहीं 20 अप्रैल को देंवेंद्र की मौत होने पर डॉक्टर्स ने छिपाने का प्रयास भी किया था। हॉस्पिटल प्रबंधन की लापरवाही से देवेंद्र की जान जाने पर वकील जैन ने मामला उजागर कर थाने में शिकायत की थी। मामले में कलेक्टर के आदेश पर सीएमएचओ ने तीन डॉक्टर की पैनल से इलाज की रिपोर्ट देख जांच की। हॉस्पिटल प्रबंधक श्रीपाद देखमुख व डॉ. शर्मा की लापरवाही से देवेंद्र की मौत पाए जाने पर उन्होंने रिपोर्ट दी। नतीजतन एसआई जितेंद्र सोलंकी ने मंगलवार रात दोनों के खिलाफ धारा 304 में केस दर्ज कर दिया। पुलिस अब उन्हें जल्द गिरफ्तार करेगी।

यह की थी लापरवाही

वकील जैन ने बताया आईसीयू वार्ड में होम्योपैथी डॉ. शर्मा की ड्यूटी थी। घटनावाली रात आईसीयू में कोई नहीं था। वहीं रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने के भी सीसीटीवी कैमरे में फुटेज नहीं मिले थे। यहीं नहीं मौत के बाद वाईटल चार्ट बनाकर घटना को छिपाने का प्रयास किया था।

मरीजों के इंजेक्शन चुराते थे कर्मचारी

याद रहे इसी हॉस्पिटल में सरफराज शाह, कुलदीप चौहान व राजेश नरवरिया मेल नर्स का काम करते थे। तीनों मरीजों के लिए परिजनों द्वारा लाए रेमडेसिविर चुराकर बेचने के मामले में चिमनगंज पुलिस के हत्थे चढ़े थे। इंजेक्शन चोरी के कारण अन्य मरीजों की मौत के आरोप लगे थे।

पाटीदार हॉस्पिटल मामले में गिरफ्तारी पर रोक

सर्वविदित है पाटीदार हॉस्पिटल में 4 अप्रैल को आग लगी थी। घटना में झुलसी तीन महिला सहित चार लोगों की मौत हो गई थी। मामले में माधवनगर पुलिस ने हॉस्पिटल संचालक डॉ. महेंद्र पाटीदार, उमाशंकर पाटीदार, चंदन पाटीदार, राधेश्याम पाटीदार व ज्योति पाटीदार पर धारा 304 ए में केस दर्ज किया था। जांच के बाद 9 सितंबर को गैर जमानती धारा बढ़ाई थी। मामले में टीआई मनीष लौधा ने बताया कि उच्च न्यायालय ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी |

डेंगू की महिला मरीज के पेट का कर दिया ऑपरेशन मौत

माय देशमुख अस्पताल में गलत ऑपरेशन करने के मामले में मुक्त चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अस्पताल संचालक और डॉक्टर के खिलाफ जांच कमेटी गठित की है। इंदौर रोड स्थित मुनि नगर निवासी भारत धाकड़ की पत्नी बिना धाकड़ को डेंगू होने पर देशमुख अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां डॉक्टर ने बगैर उचित जांच किए महिला के पेट का ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन का कारण भी परिजनों को नहीं बताया गया और इसके बाद महिला की मौत हो गई। इसकी शिकायत मीणा के पति भारत में cmho और कलेक्टर साइट अन्य अधिकारियों को की थी। हाल ही में 22 दिसंबर को cmho डॉ. संजय शर्मा ने देशमुख अस्पताल संचालक और संबंधित डॉक्टर के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं इसके लिए तीन सदस्य समिति गठित की गई है जो एक सप्ताह के भीतर जांच कर रिपोर्ट पेश करेगी।

ये हैं समिति में

सीएमएचओ द्वारा गठित जांच समिति में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ संगीता पलसानिया, शल्य क्रिया विशेषज्ञ डॉक्टर मुंशी खान और सहायक ग्रेड 2 राजेश व्यास शामिल हैं।

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