महाकाल मंदिर: शिखर दर्शन पाइंट बन सकता है सुलभ भस्मारती दर्शन स्थल

शिखर दर्शन ग्राउंड पर अगर बड़ी एलईडी लगा दी जाये तो बिना अनुमति के भी सैकड़ों लोग यहां से सहजतापूर्वक भस्मारती दर्शन कर सकते हैं।

खुले मैदान में बैठकर बिना अनुमति प्राप्त दर्शनार्थी ले सकते हैं दर्शन लाभ, बड़ी एलईडी लगाने की जरूरत

उज्जैन, अग्निपथ। भगवान महाकाल की भस्मारती की लालसा में आये सैकड़ों लोग रोज निराश होकर लौटते हैं। क्योंकि प्रशासन सभी को अनुमति जारी नहीं कर सकता है। लेकिन शिखर दर्शन ग्राउंड पर अगर बड़ी एलईडी लगा दी जाये तो बिना अनुमति के भी सैकड़ों लोग यहां से सहजतापूर्वक भस्मारती दर्शन कर सकते हैं। इस व्यवस्था के अनुमति दिलाने के नाम पर हजारों रुपए ठगने वाले दलालों पर भी अंकुश लगेगा।

भगवान महाकाल की भस्मारती पूरे देश में चर्चित है। भगवान महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन वाला हर दर्शनार्थी भस्मारती में शामिल होने की इच्छा रखता है।

मंदिर के अंदर भी स्क्रीन पर ही होते हैं दर्शन

नियमों के मुताबिक मंदिर समिति इन दिनों करीब 11 सौ लोगों को भस्मारती की अनुमति जारी करती है। ये लोग मंदिर के अंदर गणेश मण्डपम, अभिषेक हाल में बैठकर भस्मारती दर्शन करते हैं। चुनींदा वीआईपी को मंदिर समिति नंदी हाल में भी बैठाती है। नंदी हाल में बैठे लोग तो गर्भगृह में चलने वाली भगवान महाकाल की भस्म आरती और आरती के पहले की प्रक्रिया गर्भगृह में झांककर देख सकते हैं। लेकिन गणेश मण्डपम और अभिषेक हाल में बैठे दर्शनार्थियों को गर्भ गृह के अंदर का कुछ नहीं दिखता। वे तो अंदर लगी एलईडी में भस्मारती देखकर संतुष्ट होते हैं।

बाहर भी सैकड़ों लोगों को कराये जा सकते हैं स्क्रीन पर दर्शन

मंदिर के अंदर अनुमति लेकर दर्शनार्थियों को जब एलईडी में ही भस्मारती के दर्शन करना है तो फिर मंदिर के बाहर भी यह दर्शन कराये जा सकते हैं। इसके लिए सबसे बेहतर स्थान शिखर दर्शन का लंबा- चौड़ा बरामदा है। यह स्थान प्रशासन ने इसलिए तैयार किया है ताकि जो व्यक्ति श्री महाकालेश्वर के शिखर दर्शन करना चाहता है तो वो बाहर से ही सुविधाजनक रूप से दर्शन कर सकता है।

इसी स्थान पर अगर मंदिर प्रशासन बड़ी एलईडी भी लगा दे तो यह स्थान भस्मारती के साथ-साथ अन्य आरती के वक्त भी दर्शन के लिए सैकड़ों लोगों के लिए सुविधाजनक हो सकता है।

एसबीआई से मिल चुकी हैं दो बड़ी स्क्रीन

हाल ही में मंदिर समिति को दान में एसबीआई बैंक से दो बड़ी एलईडी मिली भी है। जो कि मंदिर समिति कार्यालय के बाहर गेट नंबर एक पर और दूसरी महाकाल लोक में स्थापित की गई है। अगर गेट नंबर एक की एलईडी शिखर दर्शन ग्राउंड के यहां लगा दी जाये तो बिना किसी अनुमति के दर्शनार्थी यहां से आसानी से दर्शन लाभ ले सकते हैं।

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