सीमांकन के लिए मांगे थे 10 हजार रुपए
उज्जैन/झारडा,अग्निपथ। लोाकयुक्त टीम ने शुक्रवार को महिदपुर में एक राजस्व निरीक्षक को तीन हजार रुपए की घूस लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा है। रिश्वत के रुपए जेब में रखने के कारण टीम ने उसकी पेंट भी उतरवाकर जब्त की है। आरोपी ने एक किसान से भूमि सीमांकन के लिए 10 हजार रुपए मांगे थे। सात हजार लेने पर भी काम नहीं करने के कारण पीडि़त ने शिकायत की थी।
झारडा स्थित छोटा नलखेड़ा निवासी राजेश पिता शिवनारायण नाथ ने जमीन सीमांकन के लिए 20 सितंबर 2020 को तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था। राजस्व निरीक्षक राजेंद्र माथुर निवासी महिदपुर सरकारी क्वाटर ने सीमांकन के लिए 10 हजार रुपए मांगे थे। 5 हजार रुपए देने पर भी काम नहीं होने से परेशान राजेश ने लोकायुक्त एसपी शैलेंद्रसिंह चौहान से शिकायत की थी।
बाद में 10 मार्च को वह माथुर से मिला तो उसने फिर दो हजार रुपए लेकर शेष राशि देने पर काम का कहा। नतीजतन राजेश ने रिश्वत मांगने की बात रिकार्ड कर लोकायुक्त को सौंप दी। माथुर द्वारा रुपए लेेकर बुलाने पर शुक्रवार दोपहर राजेश उसके घर पहुंचा और कैमिकल लगे रुपए दिए। माथुर द्वारा रुपए पेंट की जेब में रखते ही राजेश बाहर निकला और सिर पर हाथ फेर दिया। इशारा मिलते ही टीम ने घर में घुसकर माथुर को रंगेहाथ दबोचा और जेब पर कलर के कारण पेंट भी उतरवा ली। कार्रवाई डीएसपी वेदांत शर्मा, आरक्षक हितेश ललावत, नीरज राठौर, महेंद्र जाटवा ने की है।
फंसने से बचा पटवारी
मूल रूप से शिवपुरी निवासी माथुर वर्ष 2019 से महिदपुर में पदस्थ हैं। उसने राजेश से सीमांकन होने पर हल्का नंबर 31 के पटवारी वीरेंद्र पालीवाल को भी अलग से रुपए देने का कहा था। हालांकि पटवारी ने खुद मांग नहीं की। इसलिए माथुर के पकड़ाने पर भी वह बच गया।