पोरवाल ने चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोकी कुमारिया की विधानसभा टिकट पर निगाह

उज्जैन, अग्निपथ। पंचायत चुनाव को लेकर लगातार सरगर्मी बढ़ती जा रही है। जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष भरत पोरवाल ने चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया है। उनका दावा है कि वे वार्ड नंबर चार से फिर से चुनाव लड़ेंगे। उधर जिलाbपंचायत के पूर्व अध्यक्ष करण कुमारिया के इंकार करने के पीछे का कारण उनका विधानसभा और लोकसभा टिकट के लिए दावेदारी करना बताया जा रहा है।

इसी बीच चुनाव आयुक्त ने चुनाव के बाद मतगणना करने के बाद किसी भी पद के परिणामलकी घोषणा करने पर रोक लगा दी है। इस संबंध में उपजिलालनिर्वाचन अधिकारी वीएस डांगी ने बताया कि चुनाव आयुक्त ने निर्देश दिए हैं कि चुनाव कराने के बाद मतगणना होगी, लेकिन उसके बाद चुनाव परिणाम की घोषणा नहीं की जाएगी। न ही सारणीकरण होगा। सभी के परिणाम सीलबंद लिफाफे में सुरक्षित रखे जाएंगे। बाकी पूरी चुनाव प्रक्रिया यथावत चलेगी। उन्होंने बताया कि पहले चरण में घट्टिया और खाचरौद में चुनाव होंगे। दूसरे चरण में उज्जैन और बडऩगर और तीसरे चरण में तराना और महिदपुर में चुनाव होंगे।

पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष भरत पोरवाल ने वार्ड नंबर चार से चुनाव लडऩे की घोषणा की है। उनका कहना है कि अगर जिला पंचायत अध्यक्ष का पद आरक्षण में ओबीसी पुरुष होता है तो वेलचुनाव लड़ेगे। पार्टी टिकट दे या नहीं उनका काम चुनाव लडऩा है और वे लड़ेंगे। उनका दावा है कि पिछले बार जिला पंचायत में उनकी वजह से ही कांग्रेस का अध्यक्ष बना था। भरत पोरवाल को कोर्ट से नामांकन फार्म भरने की अनुमति मिल गई है। इससे उनका हक बनता है कि पार्टी उन्हें टिकट देकर मैदान में उतारे। क्योंकि उन्होंने निर्दलीय चुनाव लडक़र जीत हासिल की थी।

उधर जिला पंचायत अध्यक्ष रहे करण कुमारिया की निगाह लोकसभा और विधानसभा टिकट पर है। वे इस वजह से इस बार जिला पंचायत चुनाव नहीं लडऩा चाहते हैं। बताया जाता कि घट्टिया से विधानसभा चुनाव का टिकट लडऩे की योजना बना रहे हैं, क्योंकि घट्टिया विधायक रामलाल मालवीय को लोकसभा का टिकट कांग्रेस की तरफ से दिया जालसकता है।

कांग्रेस को झटका देने वाले राठौड़ भी कांग्रेस से मांग रहे टिकट

बताया जाता है कि जिला पंचायत चुनाव में वार्ड नंबर दो से बंशीलाल राठौड़ ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था, लेकिन बाद में वे भाजपा में चले गए थे और उनके पार्टी छोडऩे की वजह से भाजपा का उपाध्यक्ष बन गया था। बताया जाता है कि इस बार वे फिर से अपनी बहू के लिए टिकट मांग रहे हैं। सामान्य महिला वर्ग की सीट पर पिछड़े वर्ग केलबंशीलाल के टिकट मांगने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं मेंआक्रोश है।

ये वार्ड हैं ओबीसी के पंचायत चुनाव में

कोर्ट फैसलेवके चलते राज्य चुनाव आयोग ने ओबीसी वार्ड में चुनाव नहीं कराने का फैसला लिया है। इस संबंध में उप जिला निर्वाचन अधिकारी वीएस डांगी का कहना है कि वार्ड नंबर 4, वार्ड नंबर 5, वार्ड नंबर 8, वार्ड नंबर 10, वार्ड नंबर 14 के दावेदारों से नामांकन नहीं लिए गए हैं। हालांकि कुछ लोगों ने फार्म जमा करा दिए थे, उनके नामांकन फार्म को सुरक्षित रख लिया गया है।

776 पदों के लिए नामांकन फार्म नहीं हुए जमा

पंचायत चुनाव में कुल 6352 पदों के लिए 5575 दावेदारों ने आवेदन जमा कराए हैं। यानी 776 पदों के लिए आवेदन नहीं आए हैं। इसमें ओबीसी वर्ग के दावेदारों के नामांकन फार्म जमा नहीं कराए जाने को बताया जा रहा है। वहीं जिला पंचायत के 13 पदों पर 56, जनपद पंचायत केल98 पदों के लिए 337 फार्म, सरपंच के 382 पदों पर
1562 और पंच के 5859 पदों के लिए 3621 दावेदारों ने नामांकन जमा कराए हैं।

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