पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा में कोई वीआईपी नहीं

किसी तरह का पास जारी नहीं करेगी समिति

उज्जैन, अग्निपथ। सीहोर वाले पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा में कोई वीआईपी नहीं होगा। अर्थात समिति की ओर से किसी को भी कोई वीआईपी पास जारी नहीं किया जायेगा। कथा पंडाल में पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर बैठक व्यवस्था रहेगी।

कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले) के श्रीमुख से शिवमहापुराण का आयोजन 4 से 10 अप्रैल तक बडऩगर रोड़, उज्जैन पर किया जा रहा है। शिवमहापुराण कथा में सेवा कार्य के लिए बडऩगर रोड़ स्थित वि_लेश सेवा समिति के कार्यालय में सम्पर्क कर सकते है। समिति ने तय किया है कि कथा श्रवण के लिये पहले आओं पहले स्थान पाओं, किसी भी प्रकार के पास की व्यवस्था नही रहेगी। महापौर मुकेश टटवाल व समिति अध्यक्ष प्रकाश शर्मा ने बताया कि कथा में किसी भी प्रकार के पास की व्यवस्था भी नहीं की गई है जो भी कथा में पहले आएगा वही पहले स्थान पाएगा

सेवादार को भी नहीं मिलेंगे कोई पास

पं. मिश्रा के कार्यक्रम में सेवा करने वालों के लिए एक जरूरी सूचना यह है कि वे कार्यक्रम में सेवा तो कर सकते हैं लेकिन बदले में उन्हें वीआईपी पास नहीं मिलेगा। समिति ने तय किया है सेवाधारी कार्यकर्ता अपने परिचय पत्र के जरिए कथा पंडाल में प्रवेश की पात्रता नहीं रखेगा। वो सिर्फ उसी जगह जा सकेगा जहां की सेवा के लिए उसे अनुमति मिली है। महापौर मुकेश टटवाल एवं वि_लेश सेवा समिति के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा द्वारा जानकारी देते हुए बताया  कि 4 अप्रैल से आयोजित होने वाली शिव महापुराण कथा की व्यवस्थाओं एवं सहयोग के लिए बडऩगर रोड पर वि_लेश सेवा समिति उज्जैन का कार्यालय प्रारंभ किया गया है जहां कथा में जो इच्छुक व्यक्ति अपनी सेवा देना चाहता है वह यहां पंजीयन करा सकता है।

विभिन्न समिति का गठन करने की तैयारी

व्यवस्थित तैयारियों के लिए आयोजक मंडल यहां पर पंडाल, भोजन, स्वास्थ्य, यातायात, खोया-पाया, सुरक्षा, पूछताछ, पेयजल सहित कई समितियों का निर्माण करने वाली है। समिति अध्यक्ष श्री शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में सेवा देने के इच्छुक कार्यालय में अपना पंजीयन करवाएं। समिति तय करेगी कि किसे कौन सी समिति में रखना है। इसके पश्चात वह अपनी सेवा समिति में दे सकता है।

आर्थिक सहयोग या चंदा किसी को ना दें

समिति अध्यक्ष श्री शर्मा ने यह भी बताया कि शिव महापुराण कथा के लिए किसी भी प्रकार का आर्थिक सहयोग नहीं लिया जा रहा है यदि कोई भी कथा के नाम से सहयोग राशि मांगता है तो वह पूर्ण रूप से निराधार एवं असत्य है इसलिए किसी के भी कहने या बहकावे में आकर बिना किसी तथ्यात्मक जानकारी के किसी भी अप्रिय व्यक्ति को दान या नकद राशि ना दें, कार्यालय प्रारंभ किया गया है वहां पर जाकर ही इच्छुक व्यक्ति अपनी आवश्यकता के अनुसार दान देकर विधिवत रसीद कार्यालय से प्राप्त कर सकता है।

सेवा-सहयोग के लिए आगे आएं शहरवासी

समिति ने शहर वासियों से अपील की गई है कि यह कथा उज्जैन शहर की समस्त जनता के सहयोग से की जा रही है इसमें सभी शहर वासियों के साथ-साथ व्यापारी भाइयों, संस्थाओं प्रमुखों एवं समाज जनों के सहयोग से की जा रही है सभी इस में उपस्थित होकर सेवा कार्य पूर्ण मनोभाव से करें। साथ ही उज्जैन शहर की जनता कथा में पूर्ण सहयोग करते हुए उज्जैन शहर की गौरव, परंपरा एवं अतिथि सत्कार से सभी बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करेगी यही अपेक्षा की जाती है।

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