महाकाल मंदिर में 1 करोड़ की दो एलईडी और लगाई

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के बाहर और महाकाल लोक में लगाई हाई क्वालिटी की एलईडी स्क्रीन

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दानदाता एसबीआई बैंक के माध्यम से दो स्थानों पर करीब एक करोड़ रुपए कीमत की 12 बाय 25 फीट साईज की उच्च क्वालिटी की एलईडी लगाई है। अब मंदिर के बाहर से ही श्रद्धालु भगवान महाकाल के सहज दर्शन लाभ ले रहे हैं।

श्री महाकालेश्वर मंदिर में देशभर से आने वाले श्रद्धालुओंं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंदिर में प्रशासन द्वारा बैरिकेट्स के माध्यम से भगवान के दर्शन की व्यवस्था है। वहीं, मंदिर समिति ने बड़े दानदाताओं से भगवान महाकाल के स्पष्ट, सहज सुलभ दर्शन के लिए दो बड़ी एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था की है।

मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि पिछले दिनों एसबीआई बैंक के अधिकारियों से मंदिर के लिए दो हाई क्वालिटी की बड़ी एलईडी स्क्रीन दान करने का निवेदन किया था। इसके बाद बैंक द्वारा अपने सीएसआर फंड के माध्यम से 12 फीट चौड़ी और 25 फीट लंबाई वाली दो हाई क्वालिटी की एलईडी मंदिर समिति को दान की है। एक एलईडी की कीमत 48 लाख से अधिक है। दोनों की कीमत करीब एक करोड़ रुपए बताई गई है।

मंदिर प्रशासन ने एक एलईडी मंदिर के एक नंबर गेट पर लगाई है, वहीं दूसरी एलईडी महाकाल लोक के त्रिनेत्र क्षेत्र में लगाई है। अब दोनों स्क्रीन के माध्यम से हजारों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन लाभ ले रहे है। खास बात यह है कि एलईडी की क् वालिटी हाई होने से बड़ी दूर से गर्भगृह में विराजित भगवान के दर्शन स्पष्ट हो रहे है।

वैसे मंदिर परिसर में और बाहर की ओर पहले से भी एलईडी स्क्रीन लगी है, लेकिन स्क्रीन छोटी होने से दूर से दर्शन नही हो पाते है। इसके पहले भी एसबीआई द्वारा अपने सीएसआर फंड से मंदिर में ई-कार्ट सहित अन्य सामग्री दान की गई है।

भीड़ में सबसे ज्यादा उपयोगी

महाकाल दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु वैसे तो मंदिर में दर्शन करते है, लेकिन दर्शन की इच्छा पूरी नही हो पाती है तो बाहर लगी बड़ी एलईडी से दर्शन करते है। खासकर भगवान महाकाल की विभिन्न आरतियों के समय इन्हीं एलईडी स्क्रीन के सामने हजारों श्रद्धालु खड़े होकर दर्शन लाभ लेते है। संध्या आरती, शयन आरती के साथ ही सुबह होने वाली भस्म आरती के दौरान भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्क्रीन के सामने बैठकर पूरी आरती के दौरान मौजूद रहते है।

ऐसे में फायदा यह हो रहा है कि अधिकांश बाहर के श्रद्धालु जिन्हें प्रतिदिन सुबह होने वाली भस्म आरती में अनुमति नही होने से प्रवेश नही मिलता है। वे श्रद्धालु इन स्क्रीन पर भस्म आरती के दर्शन का लाभ ले रहे है। बता दें कि मंदिर प्रशासन भस्म आरती के लिए सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को अनुमति प्रदान करता है। मंदिर में अनुमति से जाने वाले अधिकांश श्रद्धालुओं को भी गर्भगृह के सामने बैठक व्यवस्था कम होने से मंदिर के नंदीहाल, गणेश मंडपम में लगी एलईडी के माध्यम से ही दर्शन हो पाते है।

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