विरोध के बाद बेसन के लड्डू के साथ शुरू किया फलाहारी प्रसाद

Dewas tekri prasad counter

माँ चामुण्डा शासकीय देव स्थान प्रबंध समिति ने की भूल सुधार

देवास, अग्निपथ। शारदीय नवरात्रि महापर्व प्रारंभ होते ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन दर्शन के लिए माता टेकरी पर पहुंच रहे है। माँ चामुण्डा शासकीय देव स्थान प्रबंध समिति द्वारा शुद्धता व कोरोना बीमारी को ध्यान में रखते हुए नवरात्रि में इस बार दर्शन को आ रहे श्रद्धालुओं को लड्डू प्रसाद काउंटर लगाकर विक्रय की जा रही है, लेकिन प्रसाद के रूप में जो लड्डू दिए जा रहे है वह मावे के फलाहारी ना होकर बेसन लड्डू है, समिति द्वारा इसकी घोषणा भी नवरात्रि महोत्सव से पूर्व कर दी गयी थी, लेकिन संभवत: यह ख्याल नहीं रखा गया कि नवरात्र में अधिकांश भक्तजन उपवास रखते है ओर बेसन से उपवास टूटता है।

नवरात्रि के पहले दिन जब व्रत उपवास धारण कर भक्तजन माता टेकरी पर पंहुचे। काउंटर से प्रसाद खरीदकर माँ तुलजा भवानी-माँ चामुण्डा को चढ़ाकर स्वयं ग्रहण कर अन्य श्रद्धालुओं में वितरित किया गया तो एकाएक श्रद्धालुओं के बीच से विरोध के स्वर उठ खड़े हुए कि बेसन के लड्डू वाले प्रसाद से तो उपवास टूट रहा है। श्रद्धालुओं के बीच बेसन के लड्डू से उपवास टूटने सम्बन्धी विरोध के स्वर शाम होते-होते सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। प्रशासन द्वारा नवरात्रि महोत्सव के दौरान टेकरी पर आ रहे श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ की जा रही है। बेसन के लड्डुओं की जगह फलाहारी मावे के लड्डू की प्रसादी की व्यवस्था की जानी चाहिए। देवस्थान प्रबंध समिति द्वारा टेकरी के आसपास किसी भी प्रकार की मिठाई की दुकान लगाने की अनुमति नहीं दी गई है। कई श्रद्धालु अपनी मान मन्नत पूरी होने पर प्रसाद के रूप में बेसन से निर्मित लड्डुओं का भोग लगा रहे हैं। जनचर्चाओं एवं सोशल मीडिया में इस प्रकार की प्रतिक्रियाएॅ सामने आने लगी।

पत्रकारों द्वारा इस विषय पर देवस्थान प्रबंध समिति के अध्यक्ष कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला से संपर्क किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया, तत्पश्चात समिति के सचिव एसडीएम प्रदीप सोनी से चर्चा की गई। सोनी ने पहले तो यह कहते हुए टाला कि उस दुकान पर लोग पैसे देकर प्रसाद ले रहे हैं, इससे हमारा कोई लेना देना नहीं बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि यह बड़ी चूक है। सुनने में आ रहा है कि देवस्थान प्रबंध समिति द्वारा श्रद्धालुओं में विरोध के स्वर मुखर होने के पश्चात भूल सुधार करते हुए काउंटर पर बेसन के लड्डू के साथ फलाहारी प्रसाद (दाने की चक्की) की व्यवस्था भी कर दी गयी है।

Next Post

रथ में सवार होकर निकले महाराज अग्रसेन व उनके 18 पुत्र

Fri Oct 8 , 2021
नलखेड़ा, अग्निपथ। बैंड पर भजनों की प्रस्तुति के बीच गरबा करती महिलाएं व युवतियां जब शहर से निकली तो पूरा इलाका महाराज अग्रसेन के जयकारों से गूंज उठा। रथ में सवार महाराज अग्रसेन और कुलदेवी लक्ष्मी माता के अलावा महाराज के 18 पुत्रों का रूप धरे नन्हें बालक भी साथ […]
Nalkheda Agrasen jayanti