नागदा में बजरंग दल के नेता की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या

नागदा जं.(निप्र)। शहर में बुधवार दोपहर को दिनदहाड़े बजरंग दल के जिला सुरक्षा प्रमुख राकू चौधरी (२४) की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना से शहर में सनसनी फैल गई। आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। घटना के विरोध में शहर में कुछ स्थानों पर तोडफ़ोड़ व स्टेट हाईवे पर चक्काजाम भी किया गया। सुरक्षा के चलते पुलिस प्रशासन ने शहर में जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया। आसपास के थाने व जिला मुख्यालय से पुलिस बल बुलाया गया है।

दोपहर करीब 1 बजे राकू चौधरी निवासी पाल्यारोड अपने कार्यालय गीता श्री गार्डन पर बैठे थे। इसी दौरान आरोपी तरुण शर्मा (21) निवासी पाल्यारोड पहुंचा, चौधरी पर दो फायर किए और रिवाल्वर वहीं फेंककर फरार हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी और को शासकीय अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां राकू ने दम तोड़ दिया।

आरोपी पहुंचा थाने, किया आत्मसर्मपण

घटना के बाद आरोपी तरुण बायपास होता हुआ पुलिस थाने पहुंचा और आत्मसर्मपण कर दिया। घटना का कारण फिलहाल अज्ञात है। पुलिस ने मामले की नजाकत को देखते हुए कांग्रेस व भाजपा नेता समेत उसके परिजनों पर प्रकरण दर्ज किया है।

दो घंटे तक किया चक्काजाम

विहिप के कार्यकर्ता दोपहर 3:10 मिनट पर शव शासकीय अस्पताल लेकर पहुंचे ओर स्टेट हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। पहले तो प्रशासन वह स्थानीय नेताओं विहिप नेताओं को समझाया कि वह आंदोलन समाप्त कर दे लेकिन विहिप कार्यकर्ता अपनी मांग पर अड़े हुए थे। शाम 5 बजे विहिप के प्रांतीय मंत्री सोहन विश्वकर्मा, सहमंत्री विनोद शर्मा व विभाग संगठन मंत्री वासुदेव पंडया ने आंदोलन कर रहे विहिप के प्रखण्ड अध्यक्ष रमेश प्रजापत व रोशनसिंह आदि को समझाया।

जिसके बाद मामला शांत हुआ और शाम 5:15 पर चक्काजाम हटाया गया और शव को पीएम के लिए भेजा गया। शाम 6:30 बजे पीएम हुआ। मृतक चौधरी का अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह होगा। शव यात्रा सुबह 10 बजे उनके निवास स्थान से 10 बजे निकलेगी।

भाजपा पार्षद तथा युवक कांग्रेस अध्यक्ष पर भी प्रकरण दर्ज

दोपहर 3:10 मिनट पर कार्यकर्ता शव लेकर लगभग 500 मीटर दूर स्टेट हाईवे नं 17 उज्जैन-जावरा पर बायपास चौराहे गोल्डन केमिकल ट्रासपोर्ट चौराहे पर पहुंचे और शव रख चक्काजाम कर दिया गया। कार्यकर्ताओं की मांग की थी कि हत्या के तीन बिंदु हो सकते हैं। इन बिंदुओं के आधार पर आरोपियों के नाम सामने लाए जाए।

पहला बिंदु यह था कि युवक कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष कमल आर्य से राकू चौधरी का पूर्व से विवाद चल रहा है। एक प्लाट को लेकर यह विवाद पिछले तीन वर्ष से चल रहा है। प्लाट पर कमल आर्य कब्जा करना चाहता है जबकि राकू चौधरी को शासकीय बताकर मंदिर बनाने की मांग कर रहा था। इसके चलते कमल आर्य ने राकू पर हमला करवाया।

कमल आर्य, मृतक राकू चौधरी व आरोपी तरुण शर्मा तीनों एक ही मोहल्ले व आमने सामने रहते हैं। दूसरा बिंदु यह था कि राकू बजरंग दल का पदाधिकारी था। तीन वर्ष पूर्व बदमाश सलमान लाला ने एक व्यापारी प्रेम राजावत पर हमला किया था। इस घटना में राकू ने प्रेम राजावत के पक्ष में गवाही दी थी, इस कारण भी सलमान हमला करवा सकता है।

इसी प्रकार बजरंग दल का पदाधिकारी होने के नाते झिरन्या निवासी रूबाबउद्दीन भी राकू चौधरी पर खार खाता है। इनमें से ही एक हत्या का कारण है और षडयंत्रकर्ता भी इन तीन में से कोई है। कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि गोली मारने वाला तरूण से राकू का कोई विवाद नहीं था।

अस्पताल में लगा जमावाड़ा

कार्यकर्ताओं के गुस्से को शांत करने के लिए व घटना के विरोध के लिए आरएसएस, हिंदू जागरण मंच, भाजपा आदि हिंदू संगठन के कार्यकर्ता शासकीय अस्पताल पहुंचे। आरएसएस के विशाल बहल, मनीष सेन, सुनील जोशी, विहिप के जगदीश धाकड़, भंवरलाल अटोलिया, जितेन्द्र पांचाल, जीवन चौधरी, हिंदु जागरण मंच के भेरूलाल टाक, मोनू ठक्कर, अजय जाटवा, मंगल कछावा, भाजपा के मंडल अध्यक्ष सीएम अतुल, पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत, अनिल जोशी, प्रकाश जैन, भवानीसिंह देवडा आदि मौजूद थे।

हमले का यह दूसरा मामला

नागदा शहर संवेदनशील की श्रेणी में आता है। शहर में विहिप नेता पर गोली से हमला का यह दूसरा मामला है। पहले 23 मई 2011 विहिप के तत्कालीन जिला मंत्री भेरूसिंह टांक पर भी सिमी के कार्यकर्ताओं ने गोली चलवाई थी। टांक पर तीन सिमी कार्यकर्ताओं ने 5 फायर किए थे इस घटना के विरोध में तीन दिन नागदा बंद रहा था। लगभग 25 दिन के उपचार के बाद विहिप नेता टांक नागदा पहुंचे थे उस समय भी शहर का माहौल बहुत गरमा गया था। बुधवार को यह दूसरी घटना घटित हुई। शहर में 1 दर्जन स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया। नागदा, बिरलाग्राम, महिदपुर सिटी, बडऩगर, भाटपचलाना, खाचरौद, महिदपुर रोड, उन्हेल व जिला मुख्यालय से पुलिस बल नागदा बुलाया गया।

पांच लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज

पुलिस ने कार्यकर्ताओं के गुस्से को देखते हुए पांच लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। मुख्य आरोपी तरुण पिता मुकेश शर्मा को बनाया गया है। जबकि बाबू उर्फ यशवंत पिता सेवाराम आर्य, विजय पिता जीवनसिंह पटेल, कमल पिता सेवाराम आर्य, आर्यन पिता यशवंत आर्य के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि तरुण को छोड 4 आरोपी को शंका के आधार पर कायमी की गई है। इनमें एक आरोपी विजय पटेल, भाजपा का नेता है। कमल व विजय चचेरे भाई हैं।

इनका कहना

दिन दहाड़े हुई हत्या के मामले में मुख्य आरोपी तरुण शर्मा पर प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है। चार अन्य आरोपी पर भी शंका के आधार पर प्रकरण दर्ज किया है। इनमें कमल आर्य, विजय पटेल, यशवंत आर्य व आर्यन शामिल है।
-श्यामचन्द्र शर्मा थाना प्रभारी, नागदा थाना

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