सिगरेट पीते वक्त सहेली ने खींचे फोटो, करने लगी ब्लैकमेल

धमकी से डरकर डॉक्टर की बेटी ने दी थी जान, अब मामला दर्ज

इंदौर, अग्निपथ। इंदौर में डॉक्टर की नाबालिग बेटी के सुसाइड के मामले में पुलिस ने उसकी सहेली और एक युवक पर केस दर्ज किया है। इन दोनों के पास उसके सिगरेट के कश खींचते हुए फोटो थे, जिसे वायरल करने की धमकी देकर दोनों उसे ब्लैकमेल कर रहे थे। इसी वजह से डिप्रेशन में आकर पांच महीने पहले डॉक्टर की बेटी ने सुसाइड कर लिया था।

राजेंद्र नगर पुलिस ने सिलिकॉन सिटी निवासी हिरन्या (18) पुत्री डॉ. केशव लोनखेडे की मौत के मामले में उसकी दोस्त शीतल और कैफे संचालक हर्षवर्धन पुत्र गोपालसिंह गोयल निवासी सिलिकॉन सिटी पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है। पिता और अन्य लोगों के बयान के बाद पुलिस ने शुक्रवार को यह कार्रवाई की। छात्रा मालवा कन्या स्कूल में पढ़ती थी। कोंचिग में सिगरेट पीते समय आरोपी शीतल ने उसके फोटो ले लिए थे और उसे अपने कैफे संचालक दोस्त से भी शेयर किए थे।

हिरन्या को बदनाम करने की धमकी दे रहे थे दोनों आरोपी

हिरन्या के पिता केशव, उसकी दो सहेली,चाचा और अन्य रिश्तेदारों ने पुलिस को दिए बयान में आरोपियों द्वारा हिरन्या के निजी फोटो चोरी छिपे लेने और इसके बाद उसे ब्लैकमेल करने की बात कही थी। पुलिस ने इस मामले में दोनों के मोबाइल की वॉट्सऐप चैटिंग और अन्य चैटिंग भी जब्त की थी। इसमें फोटो माता-पिता को दिखाकर उसे बदनाम करने की बात कही गई थी।

मैसेज के स्क्रीन शॉट भी पुलिस को मिले

इस मामले में आरोपी लडक़ी के दोस्त ने हिरन्या को वीडियो भेजते हुए वॉट्सऐप और फेसबुक मैसेंजर पर मैसेज पर भेजे थे। इस पर हिरन्या ने विरोध जताते हुए कहा था कि शीतल की यह हरकत अच्छी नहीं। यह सारे मैसेज के स्क्रीन शॉट भी पुलिस की जांच में शामिल रहे। राजेन्द्र नगर पुलिस ने मामले में हिरन्या के पिता, उसके मामा, चाचा के बेटे और मां के बयान भी लिए। पिता के मुताबिक उनकी बेटी हिरन्या पढ़ाई में होनहार होने के साथ सोशल स्तर पर भी सक्रिय थी।

चाय स्टॉल का संचालक है मास्टरमाइंड

हिरन्या के पिता के मुताबिक सिलिकॉन सिटी में चाय का स्टॉल चलाने वाला हर्ष उर्फ हर्षवर्धन ही इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड है। आरोपी शीतल और उसके मोबाइल में भी पुलिस को हिरन्या को लेकर कई चैटिंग मिली थीं। पिता ने आरोप लगाया है कि लडक़ी और दोस्त दोनों उनकी बेटी हिरन्या से गलत कामों के लिए रुपए भी लेते थे। पुलिस के मुताबिक हर्षवर्धन की गिरफ्तारी के बाद बाकी की कहानी सामने आ पाएगी।

जानें पूरा मामला

15 मई 2022 को हिरन्या ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। घटना के समय उसकी 10 साल की छोटी बहन और 4 साल का भाई बिल्डिंग के नीचे खेल रहे थे। इसी दौरान उसने यह कदम उठाया था। घटना के समय माता-पिता घर पर नही थे। शाम को जब दोनों घर आए तो उन्होंने हिरन्या को फंदे पर लटका देखा। हिरन्या के पिता बच्चों के डॉक्टर हैं। वही मां बड़वानी में सरकारी अस्पताल में नर्स हैं। इस मामले में पांच माह तक पुलिस की जांच चलती रही। जिसके बाद आरोपियों पर कार्रवाई की गई।

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