भस्मारती बुकिंग के लिए महाकाल बेवसाइट में चल रहा बदलाव

भस्म आरती की बुकिंग अब 3 महीने पहले करा सकेंगे दर्शनार्थी, बार-बार अनुमति लेने पर भी रहेगी रोक

उज्जैन, अग्निपथ। भगवान महाकाल की भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग में जरूरी फेरबदल की तैयारी महाकाल मंदिर समिति कर रही है। इसके लिए बेवसाइट में जरूरी परिवर्तन किये जा रहे हैं।

भस्मारती दर्शन की आस लेकर उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कलेक्टर और महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज सिंह ने भस्म आरती की ऑनलाइन प्रक्रिया में बदलाव का निर्णय लेते हुए इसे मई महीने से तीन महीने पहले खोलने का निर्णय लिया है। जरूरी परिवर्तन के तहत बेवसाइट को इस तरह डिजाइन कर रहे हैं कि एक आधार कार्ड एक बार उपयोग होगा। इसके बाद अगले तीन महीने तक उसे ऑनलाइन भस्म आरती की परमिशन नहीं मिल सकेगी। सॉफ्टवेयर खुद ही उसे पकड़ कर आधार को एक्सेप्ट नहीं करेगा। लोग इसका गलत उपयोग कर बार-बार बुकिंग न करें, इसके लिए ये व्यवस्था बना रहे हैं।

400 भक्तों को मिलेगी ऑनलाइन परमिशन

ऑनलाइन भस्म आरती करने वालों के लिए तीन महीने पहले लिंक खुल जाएगी, जो भी श्रद्धालु फॉर्म जमा करेगा, उसे एक रिफरेंस नंबर अलॉट होगा। एक दिन बाद श्रद्धालु के पास कन्फर्मेशन लिंक जाएगी, जिसको फील करके प्रति व्यक्ति 200 रुपए जमा कर अपनी बुकिंग करवा सकेगा। ऑनलाइन के माध्यम से एक दिन में 400 भक्तों के लिए परमिशन दी जा सकेगी।

महाकाल मंदिर समिति के सूत्र बताते हैं कि तीन महीने वाला प्लान सक्सेस होगा तो इसे बढ़ाकर 6 महीने कर दिया जाएगा। ताकि घर बैठे भक्त अपने हिसाब से पहले मंदिर की भस्म आरती बुक कर ले, बाद में अपने रेल बस या हवाई टिकट की बुकिंग करा सकें। जल्द ही महाकाल मंदिर की वेबसाइट को अपडेट कर इसे 1 मई से शुरू कर दिया जाएगा।

एक ही मोबाइल नंबर से बार-बार नहीं होगी बुकिंग

आधार कार्ड के साथ एक ही मोबाइल नंबर को बार-बार उपयोग कर भी ऑनलाइन परमिशन नहीं मिल पाएगी। परमिशन बुक करवाने वाले का मोबाइल नंबर के साथ-साथ भस्म आरती में शामिल होने वाले भक्तों के मोबाइल तय सीमा में दोबारा उपयोग नहीं कर पाएंगे। वर्तमान में भस्म आरती की परमिशन ऑफलाइन और ऑनलाइन के माध्यम से होती है।

ऑफलाइन परमिशन के लिए भक्तों को एक दिन पहले मंदिर में टिकट विंडो पर पहुंचकर अपनी अनुमति लेना होती है जो नि:शुल्क रहती है। इसके साथ ही ऑनलाइन के माध्यम से होने वाली परमिशन के लिए श्रद्धालु मंदिर की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन परमिशन करवा सकते है। जिसके लिए 200 रुपए शुल्क देना होता है। साथ ही प्रोटोकॉल में भी भक्तों को परमिशन मिलती है। जिसमें अधिकारी, राजनेता, मंत्री, विधायक, सांसद और मीडिया का अलग-अलग कोटा है।

भस्मारती व्यवस्था सुधारने का प्रयास जारी

महाकाल मंदिर समिति द्वारा भस्मारती दर्शन की अनुमति व्यवस्था को सुधारने के प्रयास लगातार जारी हैं। ताकि दर्शनार्थियों को कोई असुविधा नही हो। – मृणाल मीणा, प्रशासक श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति

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