उज्जैन: मेडिकल कॉलेज का मामला 26 को होने वाली समीक्षा बैठक में उठने की संभावना

हेल्थ कमिश्रर निजी होटल में करेंगे केन्द्र और राज्य द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा

उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर अभी तक संशय की स्थिति बनी हुई है। छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों को भी इस बात की जानकारी नहीं है कि शहर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कब मूर्तरूप लेना शुरू करेगा। अब संभावना बनी है कि 26 को स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक लेने आ रहे हेल्थ कमिश्नर शायद इस बारे में अधिकारियों से जानकारी साझा करें।

शहर में मेडिकल कॉलेज खोले जाने का सपना शहर की जनता कई वर्षों से देख रही है। लेकिन प्रदेश के दूसरे छोटे छोटे शहरों में तो मेडिकल कॉलेज खुल गया है, लेकिन इसकी सौगात उज्जैन शहर को अभी तक नहीं मिल पाई है। यहां तक कि सचिव स्तर पर ही शहर में मेडिकल कॉलेज खोले जाने को लेकर विचार विमर्श चल रहा है।

शहर के अधिकारियों को तो इस बात की जानकारी भी नहीं है कि मेडिकल कॉलेज को लेकर उपर के अधिकारियों ने अपनी क्या राय बनाई है। मेडिकल कॉलेज का स्पाट फायनल करने के लिये तीन से चार बार भोपाल से सचिव स्तर के अधिकारी आकर स्पॉट का मौका मुआयना कर चुके हैं। लेकिन उन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं और उपर के स्तर पर ही इस मामले को निपटाने के प्रयास किये जा रहे हैं।

जिला अस्पताल या विक्रम यूनिवर्सिटी में बनेगा?

शहर के स्वास्थ्य अधिकारियों को इस बात की भी भनक उपर के लेवल के अधिकारियों ने लगने नहीं दी है कि मेडिकल कॉलेज का निर्माण कहां पर होगा? सचिव स्तर के अधिकारी आकर विक्रम यूनिवर्सिटी की खाली पड़ी जमीन, सामाजिक न्याय परिसर, कैंसर हास्पीटल की जमीन और जिला अस्पताल और आसपास की जमीन का मौका मुआयना कर चुके हैं।

इनमें से ही संभवत: एक जगह पर मेडिकल कॉलेज बनेगा। लेकिन अभी तक किसी भी शहर स्तर के स्वास्थ्य अधिकारियों को इस बात की भनक तक नहीं लगने दी गई है। जोकि आश्चर्य का विषय है। इस मामले को सचिव स्तर के अधिकारी इतना गुप्त क्यों रख रहे हैं, शहर की जनता में इसको लेकर संशय है कि सिंहस्थ से पहले मेडिकल कॉलेज बन पायेगा अथवा नहीं।

100 और 50 बेड के अस्पताल का काम रोका

वैसे तो जिला अस्पताल के पुराने जर्जर भवन को डिसमेंटल कर इस पर मेडिकल कॉलेज बनाने की पहल की जा सकती है, क्योंकि इसके ही पीछे बन रहे 100 बेड के सुपर स्पेशलिटी यूनिट का काम हाल ही में स्वास्थ्य विभाग ने रुकवा दिया है, जबकि इसका निर्माण पूर्णता की ओर था। वहीं इसके पास ही बन रहे 50 बेड के क्रिटिकल केयर यूनिट का काम इससे पहले की रुकवा दिया था। जबकि इसके निर्माण के लिये कई पेड़ों की बलि चढ़ा दी गई थी और काफी लंबा और गहरा गड्ढा प्लींथ डालने के लिये खोद दी गई थी।

हेल्थ कमिश्नर निजी होटल में लेंगे बैठक

इंदौर रोड स्थित एक निजी होटल में हेल्थ कमिश्नर विवेक कुमार पोरवाल 26 अप्रैल को उज्जैन संभाग की समीक्षा बैठक लेंगे। इसके पहले जबलपुर में वह समीक्षा बैठक ले चुके हैं। केन्द्र और राज्य की स्वास्थ्य संबंधी चल रही योजनाओं की समीक्षा करने के लिये यह बैठक आहुत की गई है। लेकिन सूत्रों ने बताया है कि इस बैठक में मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर भी विचार विमर्श किया जा सकता है।

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