युवक को बचाने में दो महिलाएं भी डूबी
महिदपुर, अग्निपथ। शहर में शिप्रा नदी के रावला घाट पर गुरुवार शाम घूमने गए एक ही परिवार के तीन व्यक्तियों की डूबने से मौत हो गई । किले के गोताखोरों द्वारा तत्काल तीनों के शव नदी में से निकाल लिए गए, जिन्हें शासकीय चिकित्सालय पहुंचाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महिदपुर के नागौरी मोहल्ला निवासी परिवार के लोग गुरुवार शाम 4:30 बजे के लगभग घूमने के लिए ऑटो से किला स्थित रावला घाट पर पहुंचे। जहां पर युवक वकार पिता अबरार अहमद नागौरी (17 वर्ष) घाट की सीढिय़ों पर नदी में उतरा। सीढिय़ों पर काई होने से उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया।
युवक को डूबता देख परिवार की दो महिलाएं उसे बचाने के लिए नदी में उतर गई। नदी में घटनास्थल पर लगभग 20 से 25 फीट गहरा पानी होने के कारण तीनों की डूबने से मौत हो गई । घाट पर मौजूद परिजनों ने इसकी सूचना अपने परिवार जनों व मिलने वालों को दी। साथ ही यह सूचना पुलिस को भी प्राप्त हुई ।
कुछ ही समय में रावला घाट पर थाना प्रभारी आर एस गुर्जर दलबल सहित पहुंचे। साथ ही किले के गोताखोर भी तत्काल पहुंच गए । गोताखोरों ने गहरे पानी में गोते लगाकर आधे घंटे की मशक्कत के बाद तीनों के शव नदी में से निकाल लिए । शवों को शासकीय चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां पर पोस्टमार्टम के पश्चात शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए गए ।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतकों में वकार पिता अबरार अहमद नागोरी उम्र 17 वर्ष निवासी नागौरी मोहल्ला महिदपुर, शाईन पति आफताब उम्र 24 वर्ष निवासी नागौरी मोहल्ला महिदपुर एवं बुलबुल उर्फ इकरा उम्र 21 वर्ष निवासी शिकारी गली उज्जैन बताए गए हैं। हादसे की खबर सुनकर शासकीय चिकित्सालय का पूरा परिसर भीड़ से खचाखच भर गया । इस दुखद हादसे से पूरे नगर में शोक की लहर फैल गई। वहीं अस्पताल परिसर में जमा लोग एक दूसरे से घटना की जानकारी प्राप्त करने लगे।
किले के गोताखोरों ने 30 मिनट में निकाल दिए तीनों मृतकों के शव
रावला घाट पर जहां यह दुखद हादसा हुआ, वहां पर शिप्रा नदी में लगभग 25 फीट गहरा पानी है । महिदपुर के किले की गोताखोरों की टीम ने मात्र 30 मिनट में 25 फीट गहरे पानी से तीनों शव निकाल लिए । मृतकों के शवों को निकालने में किले के राजू भाई पेंटर, मोहम्मद रफीक, जाहिद भाई गुड्डू , आजम खान, राजू भाई गुड्डू, आशिक अली, गोलू कबानी वाला प्रमुख रूप से शामिल थे ।