बेरछा, अग्निपथ। शाजापुर जिले में कालापीपल के ग्राम भूरिया खजुरिया के सूखे तलाब की डबरी में डूबने से रविवार को तीन बच्चों की मौत से पूरा जिला स्तब्ध है। इस बीच बेरछा तथा आसपास के क्षेत्र में सडक़ किनारे बनी खंतियाँ और खनन माफियाओं द्वारा रात के अंधेरे में खोदी गई मौत की तलाइयों की ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है।
ग्रामीणों के अनुसार क्षेत्र में कई ऐसी छोटी-बड़ी तलाई है। जिन्हें अवैध खनन माफियाओं ने चंद रुपयों के खातिर खोद कर खुला छोड़ दिया है। पिछले कुछ दिनों से ऐसे अवैध खनन करने वाले सक्रिय हो गए जो रात 12 बजे से रात 4 बजे के बीच प्रशासन की गहरी नींद का फायदा उठाकर अवैध खनन कर क्षेत्र को खोखला कर रहे है।
आलम यह है कि खनन माफिया रातभर समूह में सक्रिय रहते है तथा नगर में होने वाले निर्माण में लगने वाले मुरम का ठेका लाखों रुपये में लेते है। इस तरह के मामलो से प्रशासन को लाखों रुपये की रॉयल्टी की चुना लग रहा है। सोमवार शाम को रुलकी रोड़ पर पानी टंकी के समीप पानी से लबालब भरे स्टॉप डेम के पास कुछ नौनिहाल मछली पकडते नजर आए तथा कुछ बालिका डेम की चोकट पर कपड़े धोती दिखाई दी।
बेरछा-रंथभँवर सीसी सडक़ निर्माण के दौरान लगने वाले मुरम को सडक़ निर्माण एजेंसी ने सुंदरसी मार्ग, ईदगाह के समीप बंजारी बलडे तथा तिलावद गोविंद-रंथभँवर बायपास पर सडक़ के समीप अवैध खनन कर जगह-जगह खोद दिया था। जो बारिश में बड़ी तलाई का रूप धारण कर सकते है। स्थानीय सडक़ एजेंसी या भूमि स्वामी की ओर से छह माह बीत जाने के बाद भी तलाई के आस-पास सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किए गए है।
ये लापरवाही किसी भी दिन किसी मौत के मातम के रूप में सामने आ सकती है। जिले में हुए हादसे के बाद प्रशासन का सख्त रवैया ही इस लापरवाही पर लगाम कस सकता है।
जिम्मेदारों का कहना है
आपके माध्यम से जानकारी आई है। सुरक्षा की दृष्टि से स्टॉप डेम के समीप बाउंड्रीवॉल बनाने के लिए पंचायत सचिव को निर्देशित किया है। – ब्रजेश मालवीय, नायब तहसीलदार – बेरछा