जावरा क्षेत्र में ढहाए निर्माण, सवा तीन करोड़ का लगा फटका
जावरा, अग्निपथ। इलाके में अवैध कब्जाकर बनाए ढाबे वालों की शुक्रवार को सुबह शामत आ गई। प्रशासन व पुलिस का दल अचानक पहुंचा और ढाबों को तोडऩा प्रारंभ कर दिया। करीब 11 घंटे तक चली प्रशासन की कार्रवाई में 29 ढाबे तोड़े गए।
रतलाम-नीमच फोरलेन पर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे सर्किल से जावरा के बीच करीब एक दर्जन अवैध ढाबों व कच्चे पक्के निर्माण हटाने के निर्देश पहले जारी किए थे। जब नहीं हटाए तो प्रशासन व पुलिस का दल शुक्रवार को सुबह पहुंचा व जेसीबी से तोडऩा प्रारंभ कर दिया। एसडीएम हिमांशु प्रजापति ने बताया सभी ढाबे बिना अनुमति के संचालित हो रहे थे। सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चली कार्रवाई में सवा तीन करोड रुपए मूल्य के 29 ढाबे तोडे गए।
कार्यवाही में विभिन्न विभागों के लगभग 70 अधिकारी, कर्मचारी सम्मिलित थे। सडक़ किनारे खेतों में बने अवैध ढाबों को प्रशासनिक अमले ने बुलडोजर के साथ तोड़ दिया। महू नीमच हाईवे व आसपास के क्षेत्रों में बने ढाबों पर प्रशासन को अवैध गतिविधियां व नशा बेचने की शिकायतें मिल रही थी। नशा मुक्ति अभियान के तहत प्रशासन पिछले तीन-चार दिनों से यह जानकारी जुटा रहा था कि अवैध ढाबे कहां-कहां बने हैं। जावरा के आसपास अवैध ढाबों की सूची बनाई गई। शुक्रवार सुबह प्रशासनिक अमला करीब एक दर्जन बुलडोजर और बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ इन ढाबों पर पहुंचा और ढाबे तोडऩे की कार्रवाई शुरू की।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने प्रदेश में नशे के खिलाफ अभियान चलाने और नशा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद पुलिस और जिला प्रशासन का अमला नशा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुट गया। पुलिस प्रशासन जहां अवैध शराब और मादक पदार्थों की बिक्री करने वालों, सार्वजनिक स्थलों पर बैठकर शराब पीने वालों आदि पर लगातार कार्रवाई कर रहा है। वहीं अब उन स्थानों को भी निशाना बनाया जा रहा है जहां अवैध कारोबार चलते हैं और नशा बेचा जाता है। महू नीमच हाईवे पर रतलाम जिले में स्थित अनेक ढाबों पर कई बार अवैध मादक पदार्थ व शराब पुलिस ने जप्त की थी।
पंजाब, हरियाणा, गुजरात व अन्य राज्यों में जाती है नशा सामग्री
पंजाब, हरियाणा, गुजरात व अन्य राज्यों के ट्रक चालक भी रतलाम से लेकर नीमच ताकि स्थित ढाबों पर रुकते है तथा वहां से अवैध मादक पदार्थ हरियाणा, पंजाब, गुजरात व अन्य राज्यों में ले जाते हैं। कई बार पंजाब व हरियाणा के ट्रक चालक भी मादक पदार्थों के साथ पकड़े गए। रतलाम मंदसौर नीमच और आसपास के क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में अफीम का उत्पादन होता है। अफीम से हेरोइन, स्मेक व अन्य नशा सामग्री बनाई जाती है।
वहीं अफीम का डोडाचुरा भी नशा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। मध्य प्रदेश के नीमच, मंदसौर व राजस्थान के प्रतापगढ़ व अन्य जिलों से मादक पदार्थों की तस्करी रतलाम के विभिन्न मार्गों के माध्यम से की जाती है। जावरा एसडीएम श्री हिमांशु प्रजापति ने बताया कि हसन पालिया के अलावा कंचनखेड़ी तथा बरगढ़ गांव में भी ढाबे तोड़े गए। इस दौरान एक दो मुंहा रेड सैंड बोआ सांप भी जप्त किया गया जिसे वन विभाग को सुपुर्द करने की कार्रवाई की गई ।