रुनीजा (बडऩगर), अग्निपथ। तीन चार दिन से आसमान में मंडरा रहे बादल गुरुवार को रुनीजा सहित आस पास के ग्रामों में ओले व पानी के रूप में बरसे। जिससे फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।
बारिश और मौसम बदलने की विशेषज्ञों की भविष्यवाणी सही हो रही रही। 11 अप्रैल को एक बार बारिश का एक दौर आया। कई जगह धीमी तो कहीं तेज बारिश होने लगी। दोपहर बार रुनिजा सहित आसपास के ग्रामों में तेज गर्मी के साथ बादल उमडऩे घुमडऩे लगे। देखते देखते हवा के साथ बूंदा बंदी शुरू हुई। शाम 6 बजे बाद रुनिजा, माधवपुरा, गजनीखेड़ी, खेड़ावदा, बडग़ावा में हवा के साथ पहले बारिश चालू हुई और उसके बाद अचानक चने के आकार से लगा कर मक्का, अंटी व नींबू के आकार के ओले तेज बारिश के साथ गिरने लगे।
तेज हवा के साथ बादल भी गरजते रहे। इससे जगह जगह पेड़ टेढ़े हो गए बड़ी बड़ी टहनिया टूट गई । खेतो में खड़े प्याज व चने के फसल के साथ खलियानों में रखा गेहंू व लहसुन भीग गया। वहीं कुछ घरों में पानी भर गया।
रुनीजा की आशा कार्यकर्ता मधु चावड़ा के घर में रखी लहसुन व अन्य सामग्री पानी में तैरती नजर आई। इसी प्रकार माधवपुरा, बडग़ावा, खेड़ावदा, गजनी खेड़ी आदि गांव में भी कुछ कृषकों की फसल को नुकसान हुआ है। बालाजी पेट्रोल पम्प संचालक शंकरसिंह राठौड़ ने बताया नींबू के आकार की तेज ओले की बारिश से पंप पर लगे शेड के चद्दर फुट गए।