आरक्षक बनाने के नाम पर सात लाख की ठगी

8 वीं फेल ने अफसर बन वर्दी और नियुक्ति पत्र भी दे दिया दिया

उज्जैन,अग्निपथ। एक युवती को डाबरीपीठा का 8 वीं फेल युवक पुलिस अफसर बन दो साल से आरक्षक बनाने के नाम पर ठग रहा था। उसने युवती को 7 लाख रुपए लेकर वर्दी और नियुक्ति पत्र भी दे दिया। राज खुला तो बुधवार को बडऩगर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।

बडऩगर निवासी पायल पिता महादेव रीक्षा ने वर्ष 2017 में कांस्टेबल भर्ती की परीक्षा दी थी। इस दौरान उसे डाबरीपीठा निवासी किशोर माली पुलिस अफसर बनकर उससे मिला। स्पोट्र्स कोटे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर दस्तावेज ले लिए। बाद में प्रकिया चलने के बहाने मिलने लगा और 2018 से 2020 तक उपर अधिकारियों से सेंटिग जरुरी बताते हुए 7 लाख रुपए ले लिए।

भरोसा दिलाने के लिए वर्दी, फीती और इंदौर में ज्वाइन करने का लेटर तक बनाकर दे दिया। कुछ समय बाद पहला आर्डर निरस्त बताकर सागर भेजने का आदेश दिया। लगातार आदेश बदलते रहने के बाद लॉकडाउन में विभाग ज्वाइनिंग नहीं होने का टालने लगा।

पायल के जल्द नौकरी के दबाव बनाने पर मोबाइल बंद कर लिया। नतीजनत शक होने पर पायल मंगलवार को थाने पहुंच गई। टीआई मनीष मिश्रा ने किशोर को बुधवार शाम गिरफ्त में ले लिया।

पहले आबकारी निरीक्षक बन की थी ठगी

कोतवाली थाने से पता चला पूर्व में किशोर पर आबकारी निरीक्षक बनकर ठगी करने का केस दर्ज हुआ था। उसने कई लोगों से विभिन्न तरीके से ठगी की होगी। उसकी गिर तारी के बाद और भी मामले सामने आ सकते है।

बडऩगर में एक युवती को आरक्षक बनाने के नाम पर ठगने का मामला सामने आया है। प्रकरण में आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। -सत्येंद्र कुमार शुक्ल,एसपी

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