मंदिरों से निकली फूल-पत्तियों से तैयार हो रहा हर्बल रंग और गुलाल

उज्जैन, अग्निपथ। शहर में महाकाल सहित अन्य प्रमुख मंदिरों से निकलने वाले फूलों के निर्माल्य से कई क्विंटलों हर्बल रंग-गुलाल बनाया जा रहा है। उज्जैन के मंगलनाथ क्षेत्र में नगर निगम के सहयोग से निर्माल्य फ्लावर वेस्ट मैनेजमेंट प्रोसेसिंग प्लांट में प्राकृतिक फूलों से रंग-बिरंगे कलर में हर्बल गुलाल बनाया जा रहा है।

मंगलनाथ के पास स्थित इस प्रोसेसिंग प्लांट में महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जाने वाले क्विंटलों हार- फूल और पत्तियों के साथ ही शहर के अन्य मंदिरों के फूलों का निर्माल्य भी प्रतिदिन प्रोसेसिंग प्लांट में पहुंचता है और यहाँ इन फूलों से हर्बल गुलाल बनाया जाता है। यहां प्रतिदिन कई क्विंटल मंदिरों का फूलों का निर्माल्य आता है।

कर्मचारियों द्वारा निर्माल्य को प्रोसेसिंग यूनिट में पत्तों को अलग कर फूलों सुखाया जाता है, फिर बारीक पावडर बनाने के बाद सुगंधित हर्बल गुलाल बनाया जाता है। प्लांट में कई अलग-अलग रंगों के गुलाल बनाए जा रहे हैं जिनकी मांग उज्जैन सहित प्रदेश भर में है। चिकित्सकों के अनुसार फूलों के द्वारा निर्मित यह हर्बल गुलाल त्वचा के लिए भी हानिकारक नहीं है।

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